फैटी लिवर की समस्या होती है उन्हें भविष्य में डायबीटीज होने का खतरा हो सकता है।
फैटी लिवर की समस्या होती है उन्हें भविष्य में डायबीटीज होने का खतरा हो सकता है।
फैटी लिवर |
व्यस्त
जीवन शैली और अस्वस्थ भोजन से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं उन्हीं में से एक
है फैटी लिवर। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है। फैटी लिवर
वह स्थिति होती है, जब लिवर की कोशिकाओं में गैरजरूरी फैट
की मात्रा बढ़ जाती है और इससे लिवर को स्थायी नुकसान का खतरा रहता है।
इंफ्लैमटॉरी एक्शन से लिवर के के टिशू सख्त हो जाते हैं। अगर आप सुरक्षित और
सेहतमंद रहना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द इसका इलाज जरूर करना चाहिए।
अनुचित
आहार के साथ—साथ नियमित और ज्यादा मात्रा में शराब
पीना, मोटापा आदि भी फैटी लिवर के लिए
जिम्मेदार होते हैं। आपको हमेशा स्वस्थ खाने की कोशिश करनी चाहिए। शोधों के
मुताबिक जिन लोगो में फैटी लिवर की समस्या होती है उन्हें भविष्य में डायबीटीज
होने का खतरा हो सकता है। इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की देखरेख
में हुई इस रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि लिवर में फैट जमा होने से इंसुलिन की
उत्पादन क्षमता पर असर पड़ता है। फैटी लिवर को जानने के लिए इसके लक्षणों को जानना
बहुत जरूरी है। आइए जानें क्या हैं इसके लक्षण।
पेट
में सूजन
फैटी
लिवर की समस्या होने पर रोगी के पेट में सूजन बनी रहती है। अगर इस समस्या को
नजरअंदाज कर दिया जाए तो यह आगे चलकर एक गंभीर बीमारी बन सकती है। इस समस्या में
पेट में एक द्रव्य बन जाता है क्योंकि रक्त और द्रव्य में प्रोटीन और एल्बुमिन का
स्तर रह जाता है। इसमें होने वाली पेट की सूजन ऐसी महसूस होती है जैसे किसी
गर्भवती महिला का पेट निकलता है।
पीलिया
फैटी
लिवर की समस्या होने पर रोगी की त्वचा और आंखों में पीलापन दिखायी देने लगता है।
लिवर के रोगों को पहचाने के लिए अपनी त्वचा और आंखो की जांच करते रहना चाहिए।
त्वचा तथा आंखों का इस प्रकार सफेद और पीला होना यह दर्शाता है कि रक्त में
बिलीरूबिन ( एक पित्त वर्णक) का स्तर बढ़ गया है तथा इसके कारण शरीर से व्यर्थ
पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते हैं।
पेट
में दर्द
जब
आपको अक्सर पेट में दर्द की शिकायत होती है तो इस लक्षण को गंभीरता से लें। अक्सर
पेट में दर्द की समस्या बिना कारण नहीं होती है। फैटी लिवर की पहचान के लिए जान
लें कि पेट के ऊपरी दाहिने भाग में या पसलियों के नीचे दाहिने भाग में दर्द की
समस्या होती है।
पाचन
संबंधी समस्या
जब
लिवर अस्वस्थ होता है तो पाचन संबंधी समस्याएं शुरु हो जाती हैं जैसे खाने का ठीक
तरह से ना पचना, एसिडिटी की समस्या होना जिसके कारण
उल्टियां भी हो सकती हैं।
भूख
कम लगना
फैटी
लिवर की समस्या होने पर भूख का एहसास नहीं होता है या भूख कम लगती है जिसके कारण
वजन कम होता जाता है। ऐसे मामलों में जहां रोगी बहुत अधिक अशक्त हो जाता है उन्हें
नस के माध्यम से पोषक तत्व दिए जाते हैं।
थकान
लिवर
खराब होने के बाद जब फेल होने की स्थिति में आता है तो चक्कर आना, मांसपेशियों की तथा दिमागी कमज़ोरी, याददाश्त कम होना तथा संभ्रम (कन्फ्यूज़न)
होना तथा अंत में कोमा आदि समस्याएं हो सकती हैं।
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